Money Guru: क्या होती है टैक्स हार्वेस्टिंग स्कीम? इक्विटी में देनदारी कैसे होती है कम, यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब
Money Guru: इक्विटी में अपनी देनदारी कम करने के लिए और अपने LTCG से पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए बड़े काम की है टैक्स हार्वेस्टिंग स्कीम.
(Source: Pixabay)
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Money Guru: शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा सभी कमाना चाहते हैं. लेकिन इसके लिए आपको मार्केट से जुड़ी सभी बारीकियों का भी पता होना चाहिए. तभी आप कम निवेश में भी फायदा बना सकते हैं. इसके लिए टैक्स हार्वेस्टिंग एक बेहतर ऑप्शन है. टैक्स हार्वेस्टिंग के जरिए आप अपनी इक्विटी की कमाई पर टैक्स की बचत कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि क्या है टैक्स हार्वेस्टिंग स्कीम?
क्या होता है कैपिटल गेन?
टैक्स एक्सपर्ट रुचिका भगत बताती हैं कि टैक्स हार्वेस्टिंग समझने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि सिक्योरिटी को बेचने पर हमें दो तरह का कैपिटल गेन (Capital Gain) मिलता है. शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG). अगर किसी लिस्टेड सिक्योरिटी को एक साल से ज्यादा रखकर बेची गई है, तो LTCG होगा और एक साल से कम रखकर बेचने पर STCG होगा. किसी अनलिस्टेड सिक्योरिटी के मामले यह अवधि दो साल की होती है.
इक्विटी में टैक्स देनदारी कैसे करें कम?
— Zee Business (@ZeeBusiness) April 19, 2022
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लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 1 लाख तक के गेन पर कोई टैक्स नहीं है. इससे अधिक होने पर 10 फीसदी टैक्स का प्रावधान है. वहीं शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर 50 फीसदी टैक्स का प्रोविजन है.
LTCG और STCG के नियम
शॉर्ट टर्म लॉस होने पर इसे शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन दोनों से सेट ऑफ किया जा सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म लॉस को केवल लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस से सेट ऑफ किया जा सकता है. इसके साथ ही शेयर को बेचने पर हमेशा FIFO मैथेड का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका मतलब है कि जिस शेयर को सबसे पहले खरीदा गया, वह ही सबसे पहले बेचा जाता है.
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क्या है टैक्स हार्वेस्टिंग
टैक्स हार्वेस्टिंग (Tax Harvesting) दो तरह की होती है. जैसे- टैक्स गेन हार्वेस्टिंग (Tax Gain Harvesting) और टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग (Tax Loss Harvesting). टैक्स गेन हार्वेस्टिंग को हम ऐसे समझ सकते हैं कि जब हम किसी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) में 1 लाख रुपये तक का फायदा कमा लेते हैं, तो हम उसे और नहीं बेचते हैं. इसके दो फायदे हैं, एक तो हमने एक लाख रुपये का मुनाफा भी कमाया और दूसरा हमें इसपर कोई टैक्स भी नहीं देना पड़ा. इस पैसे को हम आगे किसी दूसरे इन्वेस्टमेंट में लगा सकते हैं. इससे हमारा पोर्टफोलियो भी मजबूत बनता है.
इसी तरह टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग में किसी साल के अंत में अपने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) को देखते हैं. हमने जो मुनाफा कमाया है, उसे हम अपने दूसरे लॉन्ग टर्म लॉस से सेट ऑफ भी कर सकते हैं. इससे हम टैक्स की बचत भी कर सकते हैं.
यह भी ध्यान दें
टैक्स हार्वेस्टिंग (Tax Harvesting) करते समय इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि यह किसी एक साल का मुद्दा नहीं है. अगर आप टैक्स हार्वेस्टिंग करते हैं, तो इसे हर साल करिए. इसके साथ ही निवश करते समय अपने पोर्टफोलियो को बहुत ध्यान से चुनिए. टैक्स हार्वेस्टिंग स्कीम के तहत आप टैक्स के दायरे में ही रहकर अपना टैक्स घटा सकते हैं.
07:19 PM IST